इस्लाम औरत को क़ैद नहीं करता महफूज़ करता है parda zanjeer nahin izzat ki dhal hai मेरा जिस्म मेरी मर्जी इस सोच का इस्लामी जवाब अल्हम्दुलिल्लाह लिल्लाहि रब्बिल आलमीन वल आकिबतु लिल मुत्तक़ीन वस्सलातु वस्सलामु अला सय्यदिल मुरसलीन। द…